बड़ी खबर | देशभर में स्थायी रूप से बंद हुई 'इस' विषय में मास्टर डिग्री की पढ़ाई, यूजीसी का बड़ा फैसला

यूजीसी ने एक बड़ा फैसला लिया है.  यूजीसी ने एक विषय में मास्टर डिग्री रद्द कर दी है.  इसलिए अब छात्र इस डिग्री के लिए किसी भी कॉलेज में दाखिला नहीं ले पाएंगे।  यूजीसी ने कॉलेजों को स्पष्ट आदेश दिया है कि इस डिग्री के लिए छात्रों को दाखिला न दिया जाए।

नई दिल्ली : कॉलेज एम.  फिल डिग्री हमेशा के लिए बंद होने वाली है.  यूजीसी ने इस संबंध में एक बहुत बड़ा फैसला लिया है.  देशभर के सभी कॉलेजों को एम.  फिल डिग्री में प्रवेश नहीं देने का आदेश दिया गया है.  इसलिए मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री हमेशा के लिए बंद कर दी जाएगी.
    यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने कॉलेजों और छात्रों से इस कोर्स के लिए एडमिशन न लेने की अपील की है।  इस संबंध में यूजीसी द्वारा आज आदेश पारित कर दिया गया है.  तो अब अगले शैक्षणिक वर्ष से एम.  फिल डिग्री के लिए प्रवेश आधिकारिक तौर पर बंद हो गया है।


2020 में किया था अनुशंसित : 
     कुछ कॉलेज छात्रों को एम.फिल के लिए आवेदन करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।  लेकिन कॉलेजों को ऐसा नहीं करना चाहिए.  क्योंकि यह डिग्री मान्यता प्राप्त नहीं है, ऐसा यूजीसी ने कहा है.  राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इस डिग्री को बंद करने की सिफारिश की गई थी.  इसके बाद आज से स्पष्ट सूचना देकर यह डिग्री रद्द कर दी गयी है.


2022 में नवंबर माह में ही यह डिग्री बंद कर दी गई है.  यूजीसी ने एक नोटिस में कहा, कॉलेज अनुदान आयोग विनियम, 2022 तैयार किए गए हैं, जिन्हें 7 नवंबर, 2022 को भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया गया है।
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